राजस्थान में सबसे प्रतिष्ठित हिंदू मंदिरों में से एक खाटू श्याम मंदिर है, जो सीकर जिले में स्थित है। अगर आप नए साल की शुरुआत खाटू श्याम के आर्शीवाद के साथ करना चाहते हैं, तो यहां आने से पहले कुछ जरूरी बातों के बारे में जान लीजिए, ताकि आप बिना किसी परेशानी के खाटू श्याम के दर्शन कर सकें। बता दें, खाटू श्याम मंदिर की काफी मान्यता हैं।
देश और दुनिया से भक्त खाटू श्याम मंदिर के दर्शन करने आते हैं। मान्यता के अनुसार श्याम बाबा ने महाभारत के युद्ध के दौरान भगवान कृष्ण की मांग पर अपना शीश दान कर दिया था और वे शीश के दानी कहलाए थे। जिस स्थान पर श्याम बाबा का शीश प्रकट हुआ था, उसी स्थान पर मंदिर बनाया गया है। आइए जानते हैं खाटू श्याम मंदिर जाने से पहले जरूरी बातों के बारे में।
खाटू श्याम मंदिर में गर्मियों और सर्दियों के लिए अलग-अलग समय होता था, लेकिन अब, भक्त किसी भी समय दर्शन करने आ सकते हैं क्योंकि यह सभी मौसमों में 24/7 खुला रहता है। वहीं आरती का समय इस प्रकार है।
सामान्य दिनों में नियमित दर्शन के लिए एडवांस बुकिंग की आवश्यकता नहीं होती है। वहीं खाटू श्याम के दर्शन कितनी देर में मिलेंगे, ये भीड़ पर निर्भर करता है। अगर भीड़ कम रही तो आपको 5 मिनट में दर्शन मिल सकते हैं, वहीं अगर भक्तों की संख्या ज्यादा रही तो घंटों तक कतार में खड़ा होकर दर्शन मिलने का इंतजार करना पड़ सकता है। बुजुर्ग, विकलांग भक्तों या वीआईपी के लिए, विशेष दर्शन स्लॉट पहले से ऑनलाइन बुक किए जा सकते हैं।
किसी भी मंदिर में जाते समय सुनिश्चित करें कि आप सादे कपड़े पहनें। महिलाओं के लिए ट्राउजर, मिनी स्कर्ट और स्लीवलेस टॉप को ना कहना ठीक रहेगा। वहीं मंदिरों में प्रवेश करते ही आपको अपने जूते उतारने होते हैं, इसलिए अच्छा होगा कि आप अपने साथ मोजे भी ले जाएं। सर्दी के दौरान मोज आपको राहत देंगे।
अन्य महत्वपूर्ण चीजें जो मंदिर में दर्शन के दौरान ले जाई जा सकती हैं वे हैं पानी की बोतलें, सिर पर रखने के लिए दुपट्टा। इसी के साथ बता दें, मंदिर के अंदर किसी भी फोटोग्राफी या वीडियोग्राफी की अनुमति नहीं है। भक्तों को सलाह दी जाती है कि मंदिर परिसर परिसर के भीतर इन सभी नियमों का सख्ती से पालन करें। अपने फोन और गैजेट्स को लॉकर रूम में छोड़ दें। शांति बनाकर रखें और गंदगी आदि न फैलाएं।