डॉ. अनुज सरकारी के अस्पताल में संतकबीरनगर निवासी सिपाही पंकज के साथ हुई मारपीट का मुद्दा एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है। गोरखपुर-अयोध्या स्नातक क्षेत्र के एमएलसी देवेंद्र प्रताप सिंह ने विधान परिषद में इस मुद्दे को उठाते हुए आरोपी डाक्टर, उनकी पत्नी और उनके बाउंसरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की मांग की।
इस पर विधान परिषद के सभापति ने उप मुख्यमंत्री से कहा कि एफआईआर होना आवश्यक है तो जरूर दर्ज होना चाहिए। एमएलसी ने सदन में पूरे मामले की जानकारी देते हुए इस प्रकरण की शासन से किसी विशेष अधिकारी को भेज कर जांच कराने की मांग की।
एमएलसी ने कहा कि सिपाही ने अल्ट्रासाउंड की फीस के बारे में पूछ था। उसने संतकबीरनगर में फीस 800 रुपये और यहां 1100 रुपये होने पर आपत्ति जताई थी। इसी बात पर डॉक्टर ने पीटना शुरू कर दिया। विरोध किया तो बाउंसरों ने पीटा। दूसरे दिन वह पीआरवी के सिपाहियों के साथ हास्पिटल गया तो भी पीटा गया।
एमएलसी के सवाल पर उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने पक्ष रखते हुए कहा कि एमएलसी के पत्र की जांच कराई गई थी। वह दुबारा निदेशक स्तर के अधिकारी से जांच कराएंगे। विधान परिषद के अध्यक्ष ने कहा कि यदि एफआईआर दर्ज होनी चाहिए तो अवश्य की जाए।